सर्वोत्तम गुणवत्ता युक्त खाद्य उत्पाद वर्तमान विश्व समूह की मुख्य विषयवस्तु है एवं क्योंकि भारतीय अर्थव्यवस्था कृषि प्रधान रही है क्योंकि स्वतंत्रता प्राप्त होने के बाद से ही खाद्य उत्पादों के विस्तृत उत्पादन के उद्द्येश्य से हरित क्रांति, नीली क्रांति, दुग्ध क्रांति, गुलाबी क्रांति जैसे विभिन्न आयामों से गुज़रते हुए वर्तमान परिस्थितियों में उत्पादकता के उच्च स्तर के
प्राप्त करने के बावजूद खाद्य उत्पादों की गुणवत्ता से विचलित होती हुई प्रतीत हो रही है I कृषक की भूमि की जोत संकुचित हुई है , जनसँख्या एवं नगरीकरण के विस्तार ने उन्नत एवं तकनीकीयुक्त कृषि एवं कृषि से जुडी अन्यान्य गतिविधियों के लिए एक अंतहीन मंच तैयार किया है इसे अधिक लाभकारी एवं गुणवत्तायुक्त बनाने की गहन आवश्यकता है I
पशुधन विकास मिशन कौशल विकास के माध्यम से इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए तत्पर है I